fd interest rates hike: भारतीय रिजर्व बैंक की एमपीसी बैठक से पहले कई बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों में बदलाव किया है। इसमें एचडीएफसी बैंक, आईडीबीआई बैंक, इंडसइंड बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक शामिल हैं।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक 4 से 6 अक्टूबर 2023 के बीच होने वाली है। इस बैठक को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्रीय बैंक रेपो रेट को यथावत रख सकता है। हालांकि, इससे पहले भी अक्टूबर में छह बैंक एफडी दरों में बदलाव कर चुके हैं
निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने दो विशेष अवधि के लिए सावधि जमा ब्याज दरों में कटौती की है। यह विशेष कार्यकाल 35 और 55 महीने का होता है। बैंक एफडी पर 3 फीसदी से लेकर 7.15 फीसदी तक ब्याज दे रहा है।
बैंक ऑफ इंडिया ने 2 करोड़ रुपये से कम के निवेश पर एफडी ब्याज में संशोधन किया है। इस बदलाव के बाद बैंक की एफडी पर ब्याज 3 फीसदी से बढ़कर 7.25 फीसदी हो गया है, जिसकी अवधि 7 से 10 साल के लिए है।
पंजाब एंड सिंध बैंक ने 2 करोड़ रुपये से कम के निवेश पर ब्याज दर में संशोधन किया है। ये बैंक 7 दिन से लेकर 10 साल की अवधि पर 2.80 से 7.40 फीसदी तक ब्याज दे रहे हैं। यह नया ब्याज 1 अक्टूबर से प्रभावी है।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने भी 2 करोड़ रुपये के निवेश पर ब्याज दर में संशोधन किया है। इस बदलाव के साथ बैंक 3 से 7.50 फीसदी तक ब्याज दे रहा है। यह सात दिन से 10 साल की अवधि पर ब्याज दे रहा है। यह 1 अक्टूबर से प्रभावी माना जाएगा।
इंडसइंड बैंक सात दिन से 10 साल की एफडी पर 3.50 फीसदी से 7.85 फीसदी तक ब्याज दे रहा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह बैंक एफडी पर 8.25 फीसदी तक ब्याज दे रहा है। नई दरें 1 अक्टूबर से प्रभावी हैं। वहीं, कर्नाटक बैंक 7 दिन से 10 साल की एफडी पर 3.50 फीसदी और 7.25 फीसदी का ब्याज दे रहा है।