PM-KISAN NSMN SCHEME: सरकार किसानों को सालाना 6000 रुपये देती है। ये किश्तें 4 महीने के अंतराल पर 2,000 रुपये की 3 किस्तों में दी जाती हैं। हालाँकि, देश में कुछ किसान ऐसे भी हैं जिन्हें 6,000 रुपये की वार्षिक किस्त नहीं बल्कि 12,000 रुपये की दोहरी किस्त मिलेगी।
PM-KISAN NSMN SCHEME: देशभर के किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) के तहत मिलने वाली किस्त का इंतजार कर रहे हैं। अब तक किसानों को 14 किस्तें मिल चुकी हैं, वहीं वे 15वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। दिवाली भी आ रही है, ऐसे में सरकार 12 तारीख या इस महीने के अंत से पहले किसानों के खाते में 2000 रुपये जमा कर सकती है।
सरकार किसानों को सालाना 6000 रुपये की मदद देती है। ये किश्तें 4 महीने के अंतराल पर 2,000 रुपये की 3 किस्तों में दी जाती हैं। हालाँकि, देश में कुछ किसान ऐसे भी हैं जिन्हें 6,000 रुपये की वार्षिक किस्त नहीं बल्कि 12,000 रुपये की दोहरी किस्त मिलेगी।
इन किसानों को दोगुनी किस्त मिलेगी
‘नमो शेतकारी महासंमान निधि योजना’ शुरू की गई है। कुछ दिन पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना को लागू किया था। तो इस योजना से जुड़े किसानों को एक साल में दोगुनी यानी 6 हजार रुपये की जगह कुल 12 हजार रुपये की मदद दी जाएगी।
दरअसल, नमो शेतकारी महा सम्मान निधि महाराष्ट्र सरकार की एक योजना है, जिसे पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखा दी है। तो महाराष्ट्र के किसानों को पीएम किसान योजना के तहत दोगुना पैसा दिया जाएगा।
PM-KISAN NSMN SCHEME के लाभार्थियों को होगा फायदा
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के किसानों की मदद के लिए एनएसएमएन की शुरुआत की है। इस पहल के तहत केंद्र और राज्य सरकारें प्रत्येक को 6,000 रुपये देंगी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार 6,000 रुपये देगी और इसी तरह अगर राज्य सरकार किसानों को उनके बैंक खाते में 6,000 रुपये जमा करेगी तो उन्हें सालाना 12,000 रुपये मिलेंगे।
PM-KISAN NSMN SCHEME की पहली किस्त कब जारी की जाएगी?
नमो शेतकारी योजना की पहली किस्त नवंबर 2023 के दूसरे सप्ताह में आने की उम्मीद है। इस योजना से महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के 86 लाख से अधिक लाभार्थियों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये की अतिरिक्त राशि प्रदान करके लाभान्वित किया जाएगा। यानी पहले सिर्फ 6000 रुपये मिलते थे, अब महाराष्ट्र में किसानों के लिए ये दोगुना हो जाएगा।