ऑफ़लाइन मोड में UPI-आधारित भुगतान को प्रोत्साहित करने के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक ने UPI लाइट लेनदेन की सीमा 200 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दी। यह कम इंटरनेट कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ा बढ़ावा होगा।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस महीने की शुरुआत में मौद्रिक नीति समिति के लगातार तीसरे चक्र के लिए रेपो दर को 6.50 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने के फैसले को साझा करते हुए बदलाव की घोषणा की।
यूपीआई लाइट क्या है?
यूपीआई लाइट, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा विकसित यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) का एक कम या बिना इंटरनेट वाला संस्करण है।
UPI लाइट कैसे काम करता है?
यूपीआई लाइट आपकी पसंद के यूपीआई ऐप पर एक वॉलेट के रूप में कार्य करता है, जिसमें उपयोगकर्ता प्रति दिन अपने बैंक खाते से 2,000 रुपये तक स्टोर कर सकता है। इस राशि का उपयोग एक लेनदेन में 500 रुपये तक का भुगतान करने के लिए किया जा सकता है।
क्या UPI लाइट को इंटरनेट एक्सेस की आवश्यकता है?
नहीं, यूपीआई लाइट एक वॉलेट की तरह काम करेगा जिसमें इंटरनेट कनेक्टिविटी न होने पर भी एक बटन के एक क्लिक में 500 रुपये तक संग्रहीत धन खर्च या भेजा जा सकता है।
कौन से ऐप्स UPI लाइट की पेशकश करते हैं?
निम्नलिखित ऐप्स UPI लाइट भुगतान सुविधा प्रदान करते हैं:
Paytm
जीपे
भीम
phonepe